आज अलीराजपुर में आयोजित भगौरिया हाट के अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री राजेश व्यास द्वारा साइबर जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस विशेष अभियान का उद्देश्य ग्रामीणों को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक करना और उन्हें डिजिटल सुरक्षा के प्रति सतर्क बनाना है। यह जागरूकता रथ भगौरिया हाट में भ्रमण कर स्थानीय भीलाला भाषा में साइबर सुरक्षा संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा, जिससे अधिक से अधिक लोग अपनी डिजिटल सुरक्षा को लेकर सतर्क हो सकें।
साइबर अपराधों से बचाव के लिए जागरूकता अभियान
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक श्री राजेश व्यास ने भगौरिया हाट में उपस्थित होनें जा रहे महिलाओं, बच्चों और ग्रामीणों को संबोधित करते हुए उन्हें भगौरिया की शुभकामनाएं दीं और उनकी कुशलक्षेम पूछी। उन्होंने साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया कि वर्तमान समय में मोबाइल फोन और इंटरनेट के माध्यम से धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ रही हैं। उन्होंने आम जनता को साइबर अपराधों से बचने के लिए निम्नलिखित महत्वपूर्ण सावधानियों का पालन करने की सलाह दी—
1. अपनी निजी जानकारी किसी के साथ साझा न करें – ओटीपी, आधार कार्ड नंबर, पैन कार्ड नंबर, बैंक खाता विवरण, एटीएम/डेबिट कार्ड की जानकारी आदि अज्ञात व्यक्तियों को न बताएं।
2. फर्जी कॉल और मैसेज से सावधान रहें – यदि कोई व्यक्ति खुद को बैंक अधिकारी, पुलिस अधिकारी या अन्य सरकारी अधिकारी बताकर जानकारी मांगता है, तो तुरंत पुलिस को सूचित करें।
3. सोशल मीडिया पर सतर्क रहें – किसी भी अनजान व्यक्ति को सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा न करें और संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें।
4. “डिजिटल अरेस्ट” की अफवाहों पर विश्वास न करें – पुलिस अधीक्षक ने स्पष्ट किया कि “डिजिटल अरेस्ट” जैसा कुछ भी नहीं होता। किसी भी अपराधी को गिरफ्तार करने की प्रक्रिया कानूनी रूप से केवल भौतिक गिरफ्तारी के माध्यम से ही होती है। यदि कोई व्यक्ति फोन पर खुद को पुलिस अधिकारी बताकर आपसे पैसे मांगता है या किसी मामले में फंसाने की धमकी देता है, तो यह साइबर ठगी का प्रयास हो सकता है।
पुलिस विभाग की अपील
पुलिस अधीक्षक श्री राजेश व्यास ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे किसी भी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के लिए सतर्क रहें और जागरूकता फैलाएं। यदि किसी व्यक्ति को संदेहास्पद कॉल, मैसेज या ऑनलाइन धोखाधड़ी का सामना करना पड़े, तो वह तुरंत निकटतम पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराएं या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें। इस अभियान का उद्देश्य जिले के प्रत्येक नागरिक को साइबर सुरक्षा की जानकारी देकर उन्हें डिजिटल ठगी से बचाना है, ताकि वे सुरक्षित रहे।