सरकारी अधिकारी और कर्मचारियों के भ्रष्टाचार की पोल खोलने वाले पत्रकारों के खिलाफ क्यों देते है अधिकारी थाने में आवेदन ।
जिला प्रशासन खबरे लगने के बाद संबंधित अधिकारी कर्मचारियों से उगाही में लगने की वजह से नही होती उन पर प्रभावी कार्यवाही ।
अलीराजपुर जिले में जब जब भी अधिकारियों और कर्मचारियों के भ्रष्टाचार की जिले के किसी भी पत्रकारों ने पोल खोली है उनके खिलाफ अधिकारी और कर्मचारी अपनी गलती और अपनी चोरी और भ्रष्टाचार छुपाने के लिए झुटी शिकायते स्थानीय थाने में करने जरूर पहुंच जाते है लेकिन पुलिस थाना प्रभारी प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के दबाव में किसी भी घटना की सच्चाई की जांच किए बिना ही शासकीय कार्य में बाधा डालने के जुर्म में धारा 353में रिपोर्ट दर्ज कर पत्रकारों को प्रताड़ित करने को लेकर बात करते रहते है जबकि अधिकारी और कर्मचारियों की खुल्ले आम चोरी और भ्रष्टाचार की खबरे समाचार पत्रों में छपती है तब यही पुलिस अधिकारी गहरी नींद में सो जाते है ऐसा ही एक मामला अलीराजपुर जिले के विकासखंड उदयगढ़ का है जहा एक आंगनवाड़ी परियोजना अधिकारी श्रीमती राखी बारिया द्वारा माह अक्टूबर का बच्चो का पोषण आहार दिनांक 28/10/2023 शनिवार रविवार को छुट्टी और सोमवार मंगलवार 31/10/2023को महीने की आखिरी तारीख को लगातार 3:30 बजे तक माल निकल गया शासकीय अवकाश के दिन कही चोरी छिपे पिकअप वाहन क्रमांक MP69G0366 में डालकर कही ले जाने की तैयारी में थी तभी स्थानीय पत्रकार राजू डावर ने पूरी घटना का वीडियो बनाया , परियोजना कार्यालय में ना कोई आंगनवाड़ी कार्यकर्ता थी और ना ही सेक्टर पर प्रभारी और ना ही परियोजना अधिकारी उपस्थित थी वहां पर एक कैलाश गौरे करके बाबू थे। उनसे पत्रकार राजू डावर ने पूछा कि शासकीय छुट्टी के दिन पोषण आहार कहां जा रहा है और कार्यालय में ना कोई परियोजना अधिकारी है ना सेक्टर प्रभारी और ना ही कोई आंगनवाड़ी कार्यकर्ता है तो उन्होंने परियोजना अधिकारी से फोन से बात करवाई तो उन्होंने पत्रकार से अभद्रता से व्यवहार किया। उसी को लेकर पत्रकार राजू डावर परियोजना अधिकारी श्रीमती राखी बारिया के खिलाफ छुट्टी के दिन पोषण आहार भरने एवं अभद्रता से व्यवहार करने के संबंध में पुलिस थाना उदयगढ़ में दिनांक 28/10/2023 आवेदन दिया। लेकिन परियोजना अधिकारी को इस आवेदन से कोई फर्क नहीं पड़ा और लगातार शासकीय की छुट्टी के दिन दिनांक 28/10/ 2023 से लेकर दिनांक 31/10/2023 तक लगातार पोषण आहार की गाड़ी से पोषण आहार भरकर ले जाती रही। स्थानीय पत्रकार राजू डावर, पत्रकार खलील मंसूरी, और पत्रकार पायल बघेल रोड पर खड़े थे तभी परियोजना अधिकारी राखी बारिया ने चिल्ला चिल्ला कर गालियां देने लगी मैं महीने के आखिरी दिन भी राशन भेजो या कभी भी भेजूं तुम कौन होते हो और गंदे गंदे शब्दों का प्रयोग कर गाली देने लगी इस बात को लेकर स्थानीय पत्रकार मैं फिर दिनांक31/10/2023 को पुलिस थाना उदयगढ़ में आवेदन दिया वहीं पर परियोजना अधिकारी ने आकर पुलिस थाने में उसे डराया धमकाया और भड़वे तुम मेरा कुछ भी नहीं कर सकते हो इस तरह के भाषा का प्रयोग किया गया उसी दिन दिनांक 31/10/2023 को अनुविभागीय अधिकारी जोबट को एक आवेदन दिया । और तहसीलदार महोदय को वीडियो फोटो दिखाकर बताया कि सर वर्ष 2011 से परियोजना अधिकारी एक ही स्थान पर पदस्थ है एवं कहीं बार उसका स्थानांतरण हो चुका है एवं शासकीय छुट्टी के दिन पोषण हर भरकर ले जाती है और हमारे द्वारा पूछने पर अभद्रता से व्यवहार करती है ऐसे में तहसीलदार महोदय ने जांच करवाते हैं करके वहां से पहुंचा दिया। लेकिन कई दिनों तक कोई कार्रवाई नहीं हुई और स्थानीय पत्रकार राजू डावर के द्वारा दिनांक 05/11/2023 को पुलिस थाना उदयगढ़ में आवेदन दिया जिसमें लिखा कि परियोजना अधिकारी के द्वारा पुलिस थाना उदयगढ़ में मुझे गाली गलौज के वीडियो फुटेज देने के संबंध में एवं 28/ 10/ 2023 के रोज की परियोजना अधिकारी श्रीमती राखी बारिया की मोबाइल लोकेशन देने के संबंध में। इसी आवेदन को लेकर आंगनवाड़ी परियोजना अधिकारी श्रीमती राखी बारिया के पति ने रात दिनांक06/11/2023 रात को 03 से लेकर सुबह 11:00 तक पत्रकारों को जान से मारने की धमकियां देता है और गायप करने तक की बात फोन और मोबाइल से पत्रकारों को बोलता है। उनसे बात को लेकर स्थानीय पत्रकारों ने पुलिस थाना उदयगढ़ में उनकी पत्नी श्रीमती मासूमा पति खलील मंसूरी एवं सुनीता पति राजू डावर मैं दिनांक से 06/11/2023 को थाना उदयगढ़ में परियोजना अधिकारी के पति आशीष द्विवेदी के खिलाफ आवेदन दिया।
उदयगढ़ पत्रकार राजू डावर और खलील मंसूरी ने भी उस भ्रष्टाचार की खबरे प्रकाशित की थी और इस अधिकारी के खिलाफ कार्यवाही के लिए जिला प्रशासन को कार्यवाही करनी चाहिए थी लेकिन आज तक वह अंगद की तरह जमी हुई है आंगनवाड़ी परियोजना अधिकारी का तीन तीन बार अन्यंत्र स्थानांतरण हो चुका है एक ही स्थान पर 12 वर्षों से अधिक हो चुके हैं फिर भी जिला प्रशासन के अधिकारी और कर्मचारियों और नेता नगरी की बदौलत वह आज भी यही काबिज है जिसका मतलब उसके भ्रष्टाचार में जिला कार्यालय के अधिकारी और कर्मचारी भी लिप्त है या सहयोगी और सहभागी की तरह काम कर रहे है पोषण आहार के भ्रष्टाचार की शिकायत पत्रकारों ने जोबट तहसीलदार को दिनांक 6.11.2023 को भी दी थी की इस परियोजना अधिकारी के ऊपर वीडियो और फोटो को देखकर कार्यवाही करे लेकिन आज तक जोबट तहसीलदार भी चुप्पी साधे हुवे है क्यों उनका भी मुंह भी लक्ष्मी तंत्रों से भर दिया गया है फिलहाल दोनो ही पक्षों ने एक दूसरे पर आरोप लगाकर उदयगढ़ थाने में आवेदन किया है थाना प्रभारी ने दोनो शिकायतकर्ता से आवेदन ले लिए है लेकिन आज तक कोई भी उचित कार्यवाही नही की जबकि प्रथम दृस्त्रीय आंगनवाड़ी परियोजना अधिकारी और उसके पति के खिलाफ पत्रकारों को धमकाने और उनको जान से मारने और दुनिया से गायप करने जेसी बात करने पर तत्काल रिपोर्ट दर्ज कर कार्यवाही करनी चाहिए लेकिन उन्होंने भी शायद लक्ष्मी यंत्र का प्रयोग कर लिया है जिससे आज तक कोई कार्यवाही नहीं की अब देखना है जिला प्रशासन आंगनवाड़ी परियोजना अधिकारी के खिलाफ क्या कार्यवाही करती है और थाना प्रभारी पति पत्नी के खिलाफ क्या कार्यवाही करते है।
बताया जाता है कि स्थानीय पत्रकार राजू डावर ने सूचना के अधिकार के तहत दिनांक 3/7/2023 को जिला कार्यक्रम अधिकारी से परियोजना कार्यालय उदयगढ़ की जानकारी मांगी थी। परियोजना अधिकारी ने एक माह के अंदर जानकारी नहीं दी गई और ना ही कोई पत्र जारी किया गया जिसे लेकर राजू डावर ने प्रथम अपील जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिनांक 16/08/2023 की थी तो उन्हें जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा 18/8/2023 को पत्र जारी कर 25 /8/2023 को अभिलेखीय दस्तावेज सहित उपस्थित को बताया गया फिर दिनांक 24 8 2023 को पुनः पत्र जारी किया गया। जिसमें दिनांक 25/8/2023 की जगह 29/8/2023 को उपस्थित होने को बताया गया। फिर दिनांक 28/08/2023 फिर बताया कि दिनांक 5/9/2023 को जिला कार्यक्रम कार्यालय में उपस्थित हुवे। फिर बाद में पत्रकार ने सूचना के अधिकार की जानकारी लेने के लिए दिनांक 5 /9/ 2023 को जिला कार्यालय में उपस्थित हुए तो उन्हें परियोजना कार्यालय की प्रभारी बनाकर भेजी गई पदमा परमार के द्वारा आधी अधूरी एवं कहीं जानकारियां नहीं दी गई। जिसमें पत्रकार के द्वारा पूछा गया कि परियोजना अधिकारी उपस्थित क्यों नहीं हुई तो उन्होंने बताया कि उनका ट्रांसफर हो गया है वह रिलीज हो चुके हैं ऐसे में वह नहीं आ सकते हैं। आज तक सूचना के अधिकार की जानकारियां महत्वपूर्ण आज तक नहीं दी गई जेडी कार्यालय इंदौर में पड़ी आदि जानकारी और कई आदेश सुपरवाइजरों की नहीं दिए गए।
बघेल थाना प्रभारी उदयगढ़ ,,,उदयगढ़ थाना प्रभारी से इस घटना के बारे में चर्चा की तब उन्होंने बताया की दोनो ओर से आवेदन दिया गया है जांच के बाद ही कार्यवाही की जायेगी दोनो ही पक्षों को थाने बुलाकर उसके बयान भी लिए जायेगे और उच्च अधिकारियों से भी चर्चा कर कार्यवाही करूंगा।