हल्के में ना ले निर्दलीय उम्मीदवारो को राष्ट्रीय राजनेतिक पार्टीया। दिलीप सिंह भूरिया निर्दलीय उम्मीदवार
अलीराजपुर जिले की जोबट चुनावी रण में इस बार राष्ट्रीय राजनेतिक दल के उम्मीदवार निर्दलीय उम्मीदवारों को हल्के में ना ले चुनावी दौर शुरू होने से पहले तक सभी निर्दलीय उम्मीदवारों का इतिहास देख लिए जिसमे माधोसिंह डावर भाजपा और कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे है और विधायक और केबिनेट मंत्री तक रह चुके है और हर तरह से सक्षम है और किसी को भी धूल चटा सकते हैं वही सुरपाल अजनार भी कांग्रेस के महासचिव और कांग्रेस में जोबट क्षेत्र में जान फूकने का काम कर चुके है और हर तरीके से सक्षम है वही रिंकू बाला डावर भी चुनावी रण और अन्य सामाजिक संगठनों में अपनी सहभागिता कर काफी मजबूत स्थिति में है और जयस भी उसके साथ है ।वही दिलीप सिंह भूरिया आम आदमी पार्टी से अधिकृत टिकिट नही मिलने के कारण चुनावी रण में है पूरे जिले में चार वर्षो पूर्ण मरणासन्न आम आदमी पार्टी की दोबारा नीव रखी और पूरे जिले में कई चुनावी रण में अन्य राजनेतिक दलों से उनकी परंपरागत पार्षद सीट छीन कर सुर्खियों में है एक आम आदमी पार्टी से सीधे जिला अध्यक्ष बनने के बाद लगातार जिले में आम आदमी पंच सरपंच जनपद जिला पंचायत चुनाव में और उप चुनाव में सिर्फ तीन हजार वोट निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में लाकर सरदार परमार के साथ मिलाकर कुल 6532 वोट के कारण महेश पटेल जैसे कांग्रेस के दिग्गज उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा था और दिलीप सिंह भूरिया अपने अंदाज में चुनाव और अपनी बेखौफ लेखनी और अपनी पत्रकारिता के कारण काफ़ी चर्चित है और जोबट क्षेत्र में जमीनी स्तर पर जनता के मुद्दो और मूलभूत सुविधाओं के लिए हमेशा राजनेतिक पार्टियों और राजनेताओं और प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों से सीधे मैदान में उतरकर जनता की समस्या का समाधान करवाने का माद्दा रखते है ड्रेस कांड और गेहूं कांड और देवलई पंचायत घोटाला और सेफ्टी नेपकिन घोटाला और हाल ही में हो चुके घटिया ड्रेस घोटाले की जड़े खोद रहे है जनता में इस बार जोबट में बाहरी उम्मीदवार लाकर कांग्रेस जेसी राजनेतिक पार्टियों को स्थानीय उम्मीदवार पर भरोसा नहीं रहा जोबट कांग्रेस के नेता और उनके पधाधिकारी हर बार दौलतमंद नेताओ को टिकिट दिलाने का काम करते है और कार्यक्रताओं के नाम से खर्चा करवाकर अपनी फटी जेब भरने का भी काम करते है जनता जानती है कोन कोन लोग जनता के नाम से अपनी जेब भरते है ।