आजाद नगर भाभरा खंड शिक्षा अधिकारी की ओर आजीविका मिशन के अधिकारी और कर्मचारियों की मिली भगत से शासन द्वारा प्रदत्त छात्र छात्राओं को दी जाने वाली फ्री ड्रेस सुविधा में भी नेताओं ने अपनी सरकार का हवाला देकर जिले भर के की प्रत्येक स्कूल को अपना शोरूम बनाकर छात्र छात्राओं को घटिया किस्म की ड्रेस सप्लाय की जिसमे आज हर एक छात्र छात्राओं के ड्रेस की किसी का जेब किसी का बटन किसी का कालर किसी का बाह तक फट चुका है स्कूल के शिक्षित शिक्षको को नेताओं और अधिकारी और कर्मचारियों ने जोर और दबाव देकर आधी रात को बंद स्कूलों के ताले छुट्टियों में खुल्ले करवाकर हर स्कूल में घटिया ड्रेस के पोटली डालकर जब स्कूल चालू हुवे तब शिक्षको ने छात्र छात्राओं की राशि नेताओ के दबाव में छात्र छात्राओं के खाते में डालकर निकलवाकर एक साथ अपनी जवाबदारी में इकठ्ठा कर ड्रेस के ठेकेदार को घर घर जाकर भगुतान किया जबकि कागजों में आजीविका मिशन और समूह के खाते में भुगतान या नगद दिया यह दुनिया को धोका देने के लिए है ।
जबकि मध्यप्रदेश शासन के गजट नोटिफिकेशन के अनुसार ड्रेस की राशि सिर्फ छात्र छात्राओं के खाते में ही पालक शिक्षक संघ और अध्यक्ष के द्वारा छात्र छात्राओं के खाते में जमा होनी चाहिए जबकि आज तक जब से यह योजना शुरू हुई है सिर्फ किसी भी तरीके से ठेकेदारी ही हुई है जबकि यह सब प्रतिबंध है लेकिन अलीराजपुर जिला कलेक्टर और अन्य जवाबदार अधिकारी चुपचाप हर बार ठेकेदारी प्रथा को ही प्राथमिकता देते आए हैं। क्योंकि जबतक ड्रेस की ठेकेदारी ना हो तब तक शिक्षक संघ और सभी अधिकारी को कमिसन खाने को केसे मिलेगा जिससे उनके बच्चो और उनकी पत्नियों के महंगे गहने केसे खरीदेंगे जबकि आदिवासी बच्चो के तन नंगे घूमते रहे जिले के जितने आदिवासी संगठन को इस मुद्दे को पहली प्राथमिकता से उठाना चाहिए जिससे की सभी को आदिवासी संगठनों के बारे में पता चल सके कि वो समाज हित की बात करने नेता बने है या खुद को विधायक और अन्य पदों पर राजनेतिक पार्टियों के दावेदार बनाने के लिए, या फिर सामाजिक संगठन बनाकर लोगो से चंदा मांगने के लिए ।आज सभी जिले भर के आदिवासी संगठनों को एक साथ पूरे जिले में आवाज उठाने की जरूरत है की आदिवासी समाज के लिए जारी राशि को हर बार हर योजना में सिर्फ और सिर्फ भ्रष्टाचार करने के लिए राज्य शासन योजना नही बनाती । सिर्फ और सिर्फ आदिवासी समाज के ही लोगो की राशि का भ्रष्टाचार किया जाता है। जिसके लिए जिले भर में कटोरा लेकर अन्य राज्यो से अनेक लोग आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी क्षेत्रों के सभी गांव कस्बों में घुस चुके है जिनको पहचान कर आदिवासी समाज को जिले के आदिवासी समाज को नुकसान करने वाले लोगो के खिलाफ पैसा कानून के तहद कार्यवाही करवानी चाहिए ।
राजेंद्र बैरागी खंड स्त्रोत समन्वयक चंद्रशेखर आजाद नगर भाभरा ,,, चंद्रशेखर आजाद नगर भाभरा की समस्त स्कूल में घटिया ड्रेस सप्लाय हुई और आज स्कूल में बच्चे घटिया ड्रेस पहनकर स्कूल आते है ।तो उनका कहना है जिले से आदेश था की आजीविका मिशन के द्वारा समूह को सशक्त बनाने के लिए उनसे ड्रेस बनवाकर उनसे खरीदकर स्कूलों में सप्लाय कर छात्र छात्राओं को ड्रेस वितरण करना था जो शिक्षित शिक्षको की निगरानी में हुई है ।
ड्रेस सप्लाय में हुवा भारी भ्रष्टाचार हुवा,,दिलीप सिंह भूरिया आप नेता अलीराजपुर
दिलीप सिंह भूरिया आप नेता अलीराजपुर से जब ड्रेस घोटाले के बारे में पूछा तो उनका कहना है की ड्रेस की सौदेबाजी आज की नही है पहले भाजपा ने ठेकेदारी शुरू की फिर कांग्रेस ने भी उसी प्रथा को आगे बढ़ाया और फिर से भाजपा सरकार ने उनके छोटे बड़े नेताओं ने ड्रेस की सप्लाई की जिससे यह ज्ञात होता है की भाजपा कांग्रेस के नेता आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी समाज के विकाश की हर योजना में ठेकेदारी कर भारी भ्रष्टाचार कर सारी योजनाओं को जमीन पर मूलभूत तरीके से लागू होने नही देती जिससे आज भी अलीराजपुर जिला अति पिछड़ा है जिले में सभी विभाग में आई योजनाएं जमीन में क्रियान्वित हो रही है या नही जिले में एक आदिवासी अधिकारी कर्मचारियों की अलग से निगरानी समिति बनानी चाहिए जिसमे अधिकारियों के अलावा आदिवासी समाज के प्रतिनिधियों को शामिल कर हर योजनाओं की निगरानी और उनको लागू करवाने में सहयोग प्राप्त हो जिससे किसी भी योजनाओं में भ्रष्टाचार ना हो सके ।