अलीराजपुर जिले के सोंडवा तहसील के प्रभावित इलाकों में भारी बारिश से सरदार सरोवर बांध के कारण जमकर नुकसान हुआ है। सरदार सरोवर बांध के कारण अलीराजपुर जिले के 26 गाँव डूब प्रभावित है। 16 सितंबर से 18 सितंबर तक लगातार भारी बारिश के कारण नर्मदा नदी उफ़ान पर है। डेम का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है।सरकार द्वारा यह दावा किया जाता है कि सरदार सरोवर की जल धारण क्षमता 138 मीटर है, इस से ऊपर के इलाके नही डूबेंगे किंतु इस बार जलस्तर 140 मीटर से भी ज्यादा पहुंच गया। वह क्षेत्र भी डूब गए जिन्हें सरकार ने डूब में माना ही नही। ककराना, भीताड़ा, सकरजा, जलसिंधी, आकड़ीया में ऐसे कई मकान व खेत है जिन्हें डूब से बाहर माना गया था किंतु भारी बारिश के चलते डूब गए है। कोई लोगो के खेतों में खड़ी फसलों पानी घुसने के कारण बर्बाद हो गई है।
ग्राम भीताड़ा में पिदा पिता कालीया, गुलाब सिंह पिता कुतरीया, रूना पिता मोती, बावी पिता भुरिया, खुमसिह पिता तेरला, हटी पिता तेरला,ऊदी पिता तेरला एवं ग्राम ककराना से रमिला पिता सुरबान, भायला पिता नानसिंह, भुवान सिंह पिता पारलिया, भायला पिता रतिया,भुवानसिंह पिता धनसिंह, जांगरियापिता रेलसिंह, रंगला पिता गिलदार की जमीन को 25% से कम डूब में माना गया था किन्तु वर्तमान में इनकी जमीन जमीन पूरी तरह से डूब गई है जबकि नरसिंह पिता गुलाबसिंह (भीताड़ा ) का मकान डूब से बाहर माना गया था वह भी डूब गया है। ककराना से जगा पिता सेकड़िया,जांगरिया पिता रेलसिंह, भायला पिता नानसिंह, जोगी पिता धनियां, भायला पिता धनिया के मकान व खेत डूब चुके है।आइए
सामाजिक कार्यकर्ता राड़िया पड़ियार ने कहा कि सकरजा औऱ जलसिंधी में भी कई लोगो के मकान और खेत डूबे है किंतु प्रशासन औऱ जनप्रतिधि कुंभकरण की नींद सोए हुए हुए है, क्षेत्र के कोई इलाके जलमग्न होने के बावजूद भी प्रभावित इलाकों का दौरा करना मुनासिब नही समझा। अधिकारी डुबक्षेत्र के दौरे नाम पर ककराना जाकर फोटोशूट कर पिकनिक मनाकर वापस आ जाते है कभी भी डुबक्षेत्र के अंदरूनी गाँवो का दौरा नही किया है।
डुबक्षेत्र के लोगों ने मांग की कि प्रशासन डुबप्रभावित इलाको में सर्वे करे व पीड़ितों के नुकसान की भरपाई करे।