एम.जी. रोड पर पाले ब्रिज की दुर्दशा, सूखे गमले और गायब फूल—नगर परिषद की लापरवाही उजागर
सुनील तोमर आलीराजपुर 🖊️
आलीराजपुर। शहर के हृदय स्थल एम.जी. रोड बाजार में स्थित पाले नामक ब्रिज पर नगरपालिका द्वारा लगाए गए सजावटी गमलों की स्थिति चिंताजनक हो चुकी है। कभी इस पुल की शोभा बढ़ाने वाले रंग-बिरंगे फूल अब नदारद हैं। गमले पूरी तरह से सूख चुके हैं और पानी को तरस रहे हैं।
इन गमलों में पानी पहुंचाने के लिए बनाएं गए पाइपों से भी जल प्रवाह बंद है, जिससे स्पष्ट होता है कि इनकी देखरेख में घोर लापरवाही बरती जा रही है। नगरपालिका परिषद आलीराजपुर द्वारा लगाए गए ये गमले अब सौंदर्यीकरण की बजाय बदहाली का प्रतीक बन गए हैं।
‘स्वच्छ और सुंदर आलीराजपुर’ का सपना फिलहाल केवल बैनरों तक सीमित है। हैरानी की बात यह है कि इस पुल पर लगे । अवैध और पुराने प्रचार बैनर आज तक हटाए नहीं गए हैं, जबकि यह कार्य नगरपालिका की जिम्मेदारी है। यह दर्शाता है कि स्वच्छता अभियान के नाम पर केवल दिखावा किया जा रहा है।
नगरपालिका के सालाना सौंदर्यीकरण बजट में लाखों रुपये का प्रावधान है, लेकिन ज़मीनी हकीकत इसके ठीक उलट है। ना तो फूल बचे हैं, ना पानी की व्यवस्था, और ना ही कोई नियमित निगरानी। यह स्थिति प्रशासनिक उदासीनता की सीधी मिसाल है।
मैं नगर पालिका परिषद आलीराजपुर से अनुरोध करता हूँ कि इस स्थान पर तत्काल ध्यान दिया जाए और गमलों की देखरेख सुनिश्चित की जाए। यदि आवश्यकता हो, तो नए फूल-पौधों को लगाकर इस पुल की पूर्व स्थिति बहाल की जाए।
साथ ही, एम.जी. रोड के आसपास के व्यापारियों और नागरिकों से भी अपील है कि वे इस सार्वजनिक स्थल की सफाई और सजावट में सहयोग करें। यह स्थान नगर की छवि को दर्शाता है, और इसकी उपेक्षा नगर की प्रतिष्ठा को भी प्रभावित करती हैं।